क्या पता एक मेटल अपनी जीवनी कब किसके सामने रख दे, कहा नहीं जा सकता। क्या पता एक मेटल अपनी जीवनी कब किसके सामने रख दे, कहा नहीं जा सकता।
चांदनी चौक के आसपास के लोग," नेहरू की जान बचाने वाला बच्चा" के नाम से जानते हैं। चांदनी चौक के आसपास के लोग," नेहरू की जान बचाने वाला बच्चा" के नाम से जानते हैं।
तभी जगन दौड़ कर आया और उसने जगदीश के सर पर लोहे का रॉड दे मारा। तभी जगन दौड़ कर आया और उसने जगदीश के सर पर लोहे का रॉड दे मारा।
आस-पास खड़े लोगों से कहने लगा "वो देखो वहां भूत है वहां भूत है।" आस-पास खड़े लोगों से कहने लगा "वो देखो वहां भूत है वहां भूत है।"
श्री जगन्नाथ तीर्थ स्वामी महाराज की स्मृति में बना है। श्री जगन्नाथ तीर्थ स्वामी महाराज की स्मृति में बना है।
ये उत्कृष्ट रचना मुंशी प्रेमचंद्र जी की हैं ये उत्कृष्ट रचना मुंशी प्रेमचंद्र जी की हैं